हम अगर अब आगे नहीं आये तो बाद में ज़मीन ही नहीं बचेगी खड़े होने को !!
TIME:(00:55),1 August
PLACE:Times Now News Channel
यहाँ जो संवाद छिड़ा है अभी निलंबित IAS ऑफिसर दुर्गाशक्ति को लेकर,उसमे अभी IAS Association के सचिव ने बोला है कि ये ऐसा पहला मामला नहीं है,सिर्फ यू पी में ही 101 से ज्यादा IAS officer इस लिस्ट में हैं..ये वही IAS अफसर हैं जो महीनो के कठिन मेहनत के बाद और कई मुश्किल कसौटियो पे कसे जाने के बाद देश की सेवा के लिए चुने जाते हैं...
मुझे समझ में नहीं आता इन गँवारों को हम ये मौका देते ही क्यों है की ये किसी कर्तव्यनिष्ठ अफसर को उसके कर्त्तव्य निर्वहन पर सजा दे सके?
जो खुद ठीक से हिंदी नहीं बोल सकते वो कैसे किसी highly qualified अफसर की ड्यूटी पे चाबुक चला सकते हैं!!
एक सवाल सभी प्रयासरत भारतीय सिविल सेवा अभ्यर्थियों से भी....
कल को आप होंगे उनकी जगह पे,दुर्गाशक्ति जी ने तो हिम्मत से इन बेईमानो का चिट्ठा खोल दिया..लेकिन जाने कितने अफसर अपना मुंह बंद करके रिटायर हो गए।
आप बताइए क्या आप इतना पढ़ लिख के,इतनी मेहनत और ज्ञानार्जन के बाद इन भ्रष्ट गँवार और चोर नेताओं की जी हुजूरी कर पाएँगे???
सोचिये इस विषय पे और विनती है आप सभी भारतीयों से कोई बड़ा फैसला कीजिये इस दिशा में....किसी मसीहा का इंतेज़ार मत कीजिये...
नेहरु गाँधी भी देख लिए माया मुलायम भी देख लिए।
डॉलर और तेल की बढती कीमतों को देख के नाक भौं सिकोड़ने के बजाये असली वजह जानने की कोशिश कीजिये और हमे और आपको ही मिलकर इस दर्द के निवारण के लिए कुछ बडा करना होगा। इस समस्या के निवारण के लिए हमें हर हाल में आगे आना होगा क्यूंकि परिणाम हम ही भुगत रहे हैं और हम ही भुगतेंगे कोई और नही।